Nikoteen wala pyar
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शायद तुम एक कभी न छटने वाली गहरी सी धुंध थी मेरे लिए, एक ऐसे धुंध जिसमे दूर दूर तक कोहरे की एक सफ़ेद सी चादर ही थी और उस चादर में लिपटी हुई तुम , हाँ बस तुम , रौशनी की एक झीनी सी किरण भी तरस जा रही थी तुम्हे छूने को , खुद को कुछ यूँ तुमने उस चादर से लिपटा के रखा था ,,बहुत कोशिश क्र रहा था तुम्हे उस गहरी धुंध से वापस खीच के लाने की , तुम्हारी उस धुंध की चादर को एक हकीकत की चादर बनाने की, पर शायद एक दर भी था की कही इस कोशिश में मै धुल से सना वो पायदान न बन के रह जाऊ जिसपे तुम्हारे तस्वीरो की धुल तो हो लेकिन तुम ही न हो ,,,,,,कोशिश तो ये कर रहा था की उस गहरी सी धुंध में ओस की कुछ टिमटिमाती सी बुँदे बन के जाऊ और जिस सफ़ेद सी चादर में तुम लिपटी हुई हो न उसे जी भर के अपनी ख्वाहिशो से भिगो दूँ !!!!
#निकोटीन वाले प्यार से !!!!
#TO BE CONTINUED …
@SRB
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